नमस्कार दोस्तों , एक सही नेटवर्क मार्केटिंग / MLM/ डायरेक्ट सेलिंग कंपनी का चुनाव कैसे करें ?
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी, हर एक क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा, दिनों दिन बढती महंगाई, लोगों की बढ़ती आबादी, दुनिया से कम होती नौकरी और व्यापार में बढते लागत के कारण आज दुनिया में बेरोजगारी सभी के लिए चिंता का विषय है।
ऐसे में नेटवर्क मार्केटिंग (डायरेक्ट सेलिंग) के कारोबार से सभी लोगों में उम्मीद की किरण जागी है। क्योंकि नेटवर्क मार्केटिंग (डायरेक्ट सेलिंग) बिना किसी लागत से शुरू होने वाला व्यापार हैं। कम प्रतिस्पर्धा के साथ - साथ बहोत सारे लोगों की बेरोजगारी खत्म करके उनकी सभी जरूरत को पूरा करके उनके जीवन स्तर को सुधार किया है ।आज इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं लेकिन उनके सामने आज एक बडी समस्या है कि एक सही नेटवर्क मार्केटिंग (डायरेक्ट सेलिंग) कंपनी का चुनाव कैसे करें। तो आज हम ऐसे तथ्य सामने रखने वाले हैं जिससे इसमें आने वाले बिन अनुभव वाले लोग भी एक सफल कंपनी का चुनाव आसानी से करके अपने सपनों को साकार कर सके।
नेटवर्क मार्केटिंग (डायरेक्ट सेलिंग) कानून
आज भारत सरकार ने नेटवर्क मार्केटिंग को सुचारू रूप से चलाने के लिए और ग्राहकों के हितों की रक्षा के लिए कई कानून बनाये गये हैं। जो नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी भारत सरकार के सभी नियमों का पालन करते हैं उन्हें इंडियन डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन में पंजीकरण किया जाता है। कोई भी नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी लोगों से पैसे ऐठ नहीं सकती है। लोग उसी चीज का पैसा देगे जिस चीज की उन्हें जरूरत पड़ती है। उस चीज कि कीमत बाजार के भाव से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
नेटवर्क मार्केटिंग (डायरेक्ट सेलिंग) कंपनी अपने ग्राहकों से किसी भी प्रकार की कोई किट या पैकेज के लिए बाध्य नहीं कर सकती है।
कंपनी नवीकरण के नाम पर लोगों से पैसे नहीं ले सकती हैं। अगर उपर बताए गए सभी नियमों को कंपनी पालन कर रही है तो निस्संदेह वह कंपनी सही है।
कंपनी और प्रबंधन
आप अपने जीवन के अनमोल समय को उस कंपनी में लगाइए जो कंपनी कम-से-कम 10 साल से चल रही है। क्योंकि ज्यादातर कंपनियां सुरुवात के दो-तीन साल में कम अनुभव और गलत कामकाज के कारण बंद हो जाती है।
कंपनी के पास अपनी खुद की उत्पाद की इकाई होनी चाहिए। जो कि भारतीय वाणिज्य मंत्रालय, गुड मैन्यूफैक्चरिंग प्रटिस में पंजीकृत होनी चाहिए।
लोगों की समस्याओं और परेशानियों के हल के लिए कंपनी का निजी दफ्तर होना चाहिए।
कंपनी के निर्माणधीन उत्पाद की संख्या कम से कम 60 होनी चाहिए। कंपनी के निर्माणधीन उत्पाद की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए। समान की उपलब्धता आसानी से मिल सके।
कंपनी के प्रबंध निदेशक के पास तजुर्बा और अच्छा ज्ञान इस क्षेत्र में होना चाहिए।
कंपनी का प्रशिक्षण।
कंपनी अपना कारोबार करते हुए लोगों को प्रशिक्षित कर रहीं हैं कि नहीं इस बात का ध्यान रखें। समस समय पर कंपनी के माध्यम से सेमिनार आयोजित किया जाता है कि नहीं इस बात का पता करिए।
कंपनी की योजना
इस बात का पता लगाइए कि भविष्य में कंपनी की योजना है ? क्या उस कंपनी में काम करने वाले लोगों का भविष्य उज्ज्वल हो रहा है। कंपनी अपनी तरक्की और अपने लोगों के लिए क्या कर रही है।
कंपनी की विकास दर
पता करो कि कंपनी की विकास दर पिछले पांच सालों से क्या रही है। कंपनी अपनी उन्नति के लिए आगे क्या - क्या कदम उठा रही है।
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